RBI Notification 2023 : RBI ने ग्राहकों को लेकर उठाए नए कदम, जानें पूरी जानकारी

Old Coin Bazaar, New Delhi भारतीय रिजर्व बैंक समय समय पर गाहकों की शिकायतों से निपटने के लिए कुछ नया करने की कोशिश करता है. चाहे ग्राहकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करने की बात हो.
या फिर शिकायतों का निपटारा करना हो. इसी कड़ी में केंद्रीय बैंक ने एक कमेटी बनाने की सिफारिश की है. इसका मकसद ग्राहकों के शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा करने की कोशिश होगी.
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से बनी एक कमेटी ने इसकी सिफारिश की है. इस सिफारिश के तहत ग्राहकों को शिकायत निपटाने का अधिकार मिल सकेगा.
रिजर्व बैंक के इस सिफारिश के मुताबिक ग्राहकों के अधिकारों के लिए एक चार्टर बनाया जाएगा. वहीं नो योर कस्टर्म के डेटाबेस को भी सेंट्रलाइज्ड करने की सिफारिश की गई है.
क्या है इसका मकसद-
भारतीय रिजर्व बैंक की इस कवायद का मकसद ग्राहकों के डेटा की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है. मसलन अगर आपने अपना होमलोन चुक दिया है. तो आपको तय समय सीमा के बाद बैंक आपकी प्रॉपर्टी के दस्तावेज वापस करें.
अमूमन इसके लिए ग्राहकों को संबंधित बैंक के चक्कर लगाने पड़ते है. अगर किसी ग्राहक की प्रॉपर्टी दस्तावेज खोने पर जिम्मेदारी बैंक की होगी.
अकाउंट खोलते समय नॉमिनी का होना जरुरी-
दरअसल कमेटी ने सिफारिश की है कि RBI Ombudsmen को ज्यादा अधिकार मिले. इस सिफारिश में कहा गया है कि ग्राहकों की सुविधा के लिए Customer Service and Protection Index बने.
वहीं डिपॉजिट अकाउंट खोलते वक्त नॉमनी का होना भी जरूरी है. आरबीआई की सिफारिश के मुताबिक नॉमनी के लिए ब्रांच जाना जरूरी ना हो, ऑनलाइन क्लेम से ही ग्राहकों का काम हो जाए ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए.
ग्राहकों पर न थोपा जाए अधिक शुल्क का भार-
भारतीय रिजर्व बैंक की इस कमेटी ने सिफारिश की है कि ग्राहकों को अलग-अलग सर्विस के एवज में जो चार्जेज वसूले जाते हैं उसे भी कम करना चाहिए.
RBI की ओर से गठित कमेटी ने कस्टमर सर्विस स्टैण्डर्ट की समीक्षा के लिए रिपोर्ट सौंपी है. इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने लोगों से राय जानने के लिए रिपोर्ट जारी की है.