Alcohol: शराब के शौकीन, जान ले पटियाला पैग की जनकारी

Old Coin Bazaar, New Delhi- आप चाहे शराब पीते हो या नहीं पीते हो, लेकिन आपने पटियाला पेग (Patiala Peg) के बारे में तो सुना ही होगा. यहां तक कि अब तो फिल्मों और गानों (movies and songs) में पटियाला पेग काफी कॉमन है. ये भी कहा जाता है कि पटियाला पेग कोई आम पेग नहीं बल्कि बड़ा स्ट्रॉन्ग पेग होता है. जब पटियाला पेग (Patiala Peg History) की बात हो रही है तो सवाल तो मन में कई हैं कि आखिर स्ट्रॉन्ग पेग को पटियाला पेग (Patiala Peg Name Story) क्यों कहते हैं और ऐसे पेग के लिए दिल्ली, बंबई, नागपुर, कानपुर शब्द का इस्तेमाल क्यों नहीं होता है.
आप चाहे शराब पीते हो या नहीं पीते हो, लेकिन आपने पटियाला पेग (Patiala Peg) के बारे में तो सुना ही होगा. यहां तक कि अब तो फिल्मों और गानों में पटियाला पेग काफी कॉमन है. ये भी कहा जाता है कि पटियाला पेग कोई आम पेग नहीं बल्कि बड़ा स्ट्रॉन्ग पेग होता है. जब पटियाला पेग (Patiala Peg History) की बात हो रही है तो सवाल तो मन में कई हैं कि आखिर स्ट्रॉन्ग पेग को पटियाला पेग (Patiala Peg Name Story) क्यों कहते हैं और ऐसे पेग के लिए दिल्ली, बंबई, नागपुर, कानपुर शब्द का इस्तेमाल क्यों नहीं होता है.
तो आज हम आपको अपनी इस खबर में पटियाला पेग की ही कहानी बता रहे हैं, जिससे आप समझ पाएंगे कि इसका नाम पटियालाी पेग क्यों है और इस खास पेग को बनाते टाइम शराब की मात्रा ज्यादा क्यों रखी जाती है, तो जानते हैं पटियाला पेग की कहानी…
पटियाला पेग में कितनी होती है शराब?
कहा जाता है कि पटियाला पैग हर कोई सहन नहीं कर सकता, क्योंकि पटियाला पैग में शराब की मात्रा स्मॉल और लार्ज पैग से ज्यादा होती है. माना जाता है कि पटियाला पेग में करीब 120 ML शराब होती है. इसका मतलब पटियाला पैग में आधा गिलास पानी और आधा गिलास शराब होती है. ये बात किसी और ने नहीं, बल्कि पटियाला की रॉयल फैमिली के जरिए पता चली है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पटियाला राजपरिवार के सदस्य कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी किताब ‘Captain Amarinder Singh: The People’s Maharaja’ में इसका जिक्र किया है.
किताबों में बताया गया है कि पटियाला पेग में करीब 120 एमएल शराब होती है और इसे पहले आपकी सबसे छोटी अंगुली से लेकर इंडेक्स यानी अंगूठे की पास वाली उंगुली को आपस में मिलाकर मापा जाता था. यानी चार उंगुली को बराबर रखकर इसकी लंबाई नापी जाती थी, जिसे पटियाला पेग कहा गया है. अब ये पेग पूरे भारत में फेमस है और स्ट्रॉन्ग पेग को पटियाला पेग कहा जाता है. अब सवाल ये है कि आखिर इसे पटियाला पेग ही क्यों कहा जाता है.
पटियाला से क्या है कनेक्शन?
तो इसका जवाब ये है कि ये देन भी पटियाला की है. पटियाला पैग का सीधा संबंध है पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह से जो कि 1891 से लेकर 1938 तक पटियाला के राजा थे. इस पेग की कहानी एक क्रिकेट मैच से होकर गुजरती है. किताब के अनुसार, पटियाला के महाराजा और ब्रिटिश टीम (british team) के बीच एक मैच खेला गया था. जब ब्रिटिश टीम पटियाला के साथ मैच खेलने वाली थी, उससे पहले हार के डर से ब्रिटिश टीम के खिलाफ एक साजिश रची गई. ऐसे में उन्हें मैच से एक दिन पहले ज्यादा शराब पिलाने के बारे में सोचा गया.
फिर उन्हें व्हिस्की के बड़े पेग या ज्यादा शराब के साथ पेग पिलाए गए और नतीजा ये हुआ कि अगले दिन वो अच्छे से क्रिकेट नहीं खेल पाए और महाराजा की टीम से हार गए. उसके बाद तब उनसे शराब को लेकर शिकायत की गई तो महाराजा ने बताया कि पटियाला के पेग बड़े ही होते हैं. इसके बाद से बड़े पेग को पटियाला पेग कहा जाने लगा. लेकिन आपको बता दें कि शराब का पैग पटियाला हो या शॉर्ट या लार्ज या फिर नीट… शराब नुकसानदायक ही होती है. चेतावनी- शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.