Business Idea: सुपरहिट है ये बिजनेस, जानिए कैसे शुरू करें स्ट्रो बनाने का ये कारोबार

Old Coin Bazaar, Digital Desk, नई दिल्ली- स्ट्रॉ एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल लगभग हर इंसान करता है। इसलिए आपको यह अच्छे से पता होना चाहिए कि इन तिनकों को क्या कहा जाता है, इनका उपयोग कैसे और किस लिए किया जाता है।
वहीं अगर इस बिजनेस के आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत में इस प्रोडक्ट की काफी डिमांड है। यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसका इस्तेमाल मॉल से लेकर छोटी दुकानों तक में किया जाता है।
आज हम आपको स्ट्रॉ कैसे बनते हैं इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री, मशीन और इस बिजनेस से जुड़ी अन्य चीजों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
दो प्रकार के होते हैं स्ट्रो
स्ट्रॉ दो प्रकार के होते हैं, एक कागज से बना स्ट्रॉ और एक प्लास्टिक से बना स्ट्रॉ। यदि इन दोनों प्रकार के स्ट्रॉ की तुलना की जाए तो कागज के स्ट्रॉ का उतना उपयोग नहीं किया जाता है,
लेकिन पर्यावरण की दृष्टि से ये स्ट्रॉ काफी सही साबित होते हैं। वहीं, प्लास्टिक स्ट्रॉ की बात करें तो बाजार में इन स्ट्रॉ की काफी डिमांड है।
जहां कागज से बने स्ट्रॉ के टूटने और खराब होने का खतरा अधिक होता है, वहीं प्लास्टिक से बने स्ट्रॉ में ऐसा कोई खतरा नहीं होता है।
इन सामग्रियों की पड़ेगी जरूरत
अब तक आप यह अच्छे से जान गए होंगे कि अगर स्ट्रो का बिजनेस सही तरीके से चलाया जाए तो आप इस बिजनेस के जरिए अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।
इस बिजनेस को शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि स्ट्रो बनाने के लिए किन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। नीचे आपको इस बिजनेस से जुड़ी मशीन और सामग्री के बारे में बताया गया है।
बिजनेस को शुरू करने के लिए लागत
स्ट्रॉ का बिजनेस खोलने के लिए आपको कम से कम आठ लाख रुपये की जरूरत होगी। इन आठ लाख में मशीन की कीमत, जगह की कीमत, लाइसेंस लेने की प्रक्रिया में होने वाला खर्च, जगह का किराया आदि शामिल है।
वहीं अगर आपके पास इतनी रकम नहीं है तो आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं या सरकार द्वारा बिजनेस से जुड़ी चलाई जा रही योजनाओं के जरिए सरकार से आर्थिक मदद ले सकते हैं।