UP के इन जिलों में बनने वाला है फोरलेन एक्सप्रेस-वे, 2160 एकड़ जमीन की जाएगी एक्वायर
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार काम कर रही है। हाल में सरकार ने एक नया फोर लेन हाईवे बनाने के लिए अनुमति दे दी है। तो चलिए जानते हैं किन जिलों को इसका लाभ मिलने वाला है।

Old Coins Bazaar, New Delhi केंद्र और प्रदेश सरकार सड़कों का जाल बिछा सड़क और परिवहन व्यवस्था के ढांचे को मजबूत कर रही हैं। अब जिले को अब एक नए फोरलेन एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलने वाली है, जिससे जिले के सड़कों के जाल में गाजियाबाद-कानपुर फोरलेन ग्रीन एक्सप्रेस-वे के रूप में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा। एक्सप्रेस-वे जनपद की चार तहसीलों से होकर निकलेगा।
गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेस-वे की डीपीआर तैयार कर भेज दी है। डीपीआर पर मुहर लगते ही जमीन अधिग्रहण की कवायद शुरू होगी। जिला अभी तक अपने पड़ोसी जनपदों से सड़क और परिवहन व्यवस्था में काफी पीछे था, लेकिन केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा सड़कों के जाल बिछाने से जनपद की सड़क और परिवहन व्यवस्था तेजी से मजबूत हो रही है।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले साल गाजियाबाद और कानपुर औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने के लिए गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेस-वे निर्माण की घोषणा की थी। एनएचएआई ने गाजियाबाद-कानपुर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की डीपीआर तैयार कर भेज दी है।
एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद-कानपुर की औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने के साथ ही लखनऊ की राह भी आसान करेगा। अभी तक गाजियाबाद और बुलंदशहर समेत आप-पास के जनपदों के लोगों को यमुना एक्सप्रेस-वे से होकर लखनऊ जाना पड़ता था।
एक्सप्रेस-वे निर्माण को सात जनपदों में लगभग 2160 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे की तरह ही गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा।
जनपद की चार तहसीलों से निकलेगा एक्सप्रेस-वे
जिले की सिकंदराबाद, सदर, शिकारपुर, डिबाई तहसील के दर्जनों गांव में लगभग 360 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
कई जनपदों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
फोरलेन एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद से गौतबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, उन्नाव, कन्नौज होते हुए कानपुर पहुंचेगा।