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Haryana Weather: हरियाणा में अगले 3 दिनों तक होगी खूब बारिश, देखें ये अलर्ट

हरियाणा में सोमवार को भी 5-6 जिलों में भारी बारिश और 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
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Haryana Weather

Old Coins Bazaar, New Delhi  मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून आज, 25 जून को हरियाणा के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है।

अगले 2 दिनों के दौरान मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां बड़ी अनुकूल हैं। मौसम विभाग ने किसानों और आमजन के लिए एडवाइजरी जारी की है।

IMD चंडीगढ़ ने जानकारी दी है कि पूर्वी-पश्चिमी ट्रफ जो उत्तरी पंजाब से हरियाणा होते हुए उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के निम्न दबाव क्षेत्र तक है।

यह औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर तक फैली है। इसके प्रभाव से 26 जून को अंबाला, यमुनानगर, करनाल, सोनीपत व पानीपत में सोमवार को भारी बारिश के आसार हैं।

यहां गरज चमक के साथ हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे रह सकती है। इन जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।

यहां तेज हवा के साथ गरज चमक

प्रदेश में 28 जून तक बारिश की गतिविधियों का आकलन किया गया है। कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, तो कई जिलों में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी।

इस दौरान 26 जून को जींद्, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद व रोहतक में गरज चमक के साथ हलकी से मध्यम बारिश संभव है। यहां हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर घंटा रहेगी।

इन 8 जिलों में ऐसा रहेगा मौसम

हरियाणा के 8 अन्य जिलों में गरज चमक की संभावना मौसम विभाग की ओर से जताई गई है। यहां केवल बौछारों की संभवना है।

इन जिलों में पंचकूला, कुरुक्षेत्र, कैथल, चरखी दादरी, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद व सिरसा शामिल है। यहां पर हल्की बारिश की संभावना है।

लेकिन यहां हवा की रफ्तार बेहद कम रहेगी। बारिश कुछ देर के लिए अलग अलग स्थानों पर हो सकती है। इस संबंध में आगे अपडेट दिए जाएंगे।

आमजन के लिए सलाह

आईएमडी ने कहा है कि आने वाले दिनों में गरज के साथ बारिश / तेज हवाओं के पूर्वानुमान को देखते हुए किसानों को सलाह दी जाती है कि फसल में सिंचाई / उर्वरक / कीटनाशक का प्रयोग रोक दें।

कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर संग्रहित किया जा सकता है। आम लोगों को कहा गया है कि वे गरज / चमक के दौरान बाहर जाने से बचें। साथ ही गरज/चमक के दौरान पेड़ों के नीचे शरण न लें और तालाब व जोहड़ के पास जाने से बचें।