Inspiring Story: देसी जुगाड़ से मजदूर मां- बाप की बेटी करती है वेट लिफ्टिंग, जीत चुकी है गोल्ड मेडल

कंचन के पास संसाधनों की कमी है पर उसका हौसला गजब का है. वह जिले के छोटे से गांव मंडावरा में रहती है. कंचन ने वेटलिफ्टिंक की प्रैक्टिस के लिए अपने घर पर मटकों में सीमेंट भरकर देसी जुगाड़ बना रखा है.
यह जानकारी जब राज्य क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष कृष्णा पूनिया को हुई तो उन्होंने खेल विभाग की टीम की ओर से कंचन के घर पर वेटलफ्टिंग का सामान उपलब्ध कराया है.
कंचन पिछले 4 साल से विभिन्न खेलों में भाग ले चुकी हैं. अभी कंचन वेटलिफ्टिंग की तैयारी कर रही थीं, पर घर की स्थिति इतनी मजबूत नहीं कि कंचन वेटलिफ्टिंग का पूरा सेट खरीद सकें.
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इसी का एक जुगाड़ कंचन ने निकाला और घर में जो मिट्टी के मटके और मिट्टी के बर्तन थे, उनमें सीमेंट भरकर उन्होंने वेटलिफ्टिंग के सेट की तरह इस्तेमाल किया.
कंचन मंडावरा गांव की ढाणी घाटियों की निवासी हैं. कंचन के पिता कालूराम और माता शांति देवी मजदूरी करके अपना घर खर्चा चलाते हैं.
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बता दें कंचन वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक और स्वर्ण पदक अभी तक जीत चुकी हैं. 2023 जिला स्तरीय वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं.