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Success Story: पिता के गुजर जाने के बाद 6 साल की उम्र में संभाली घर की जिम्मेवारी, आज दुबई में करोड़ो का है काम

मेहनत और जिद के साथ अगर कोई भी काम किया जाए तो कभी हार का सामना नहीं करना पड़ता। ऐसी ही कुछ इस कहानी में है जहां पिता के गुजर जाने के बाद 6 साल की उम्र में लड़के ने घर की जिम्मेदारी संभाल ली।

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Success Story: पिता के गुजर जाने के बाद 6 साल की उम्र में संभाली घर की जिम्मेवारी, आज दुबई में करोड़ो का है काम

Old Coins Bazaar: डिजिटल डेस्क नई दिल्ली,जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा, जो चल रहा है उसके पांव में जरूर छाला होगा, बिना संघर्ष के चमक नहीं मिलती, जो जल रहा है तिल-तिल, उसी दीए में उजाला होगा… किसी शायर की ये चंद लाइने हॉटबैक ग्लोबल के प्रमुख पीबी अब्दुल जेब्बार पर पूरी तरह सटीक बैठती हैं। जेब्बार का कारोबार आज दुनिया के 16 देशों में फैला हुआ है। जेब्बार 1990 में बेहतर जीवन यापन के लिए केरल के त्रिशूर से दुबई चले गए थे। यहां उन्होंने कई संघर्षों को मात देते हुए बिजनेस के गुर बहुत जल्दी सीखे और बिजनेस मैनेजमेंट की विशेषज्ञता हासिल की। 

यहां से जेब्बार ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और कामयाबी की सीढ़ी लगातार चढ़ते गए। आज वे हॉटबैक ग्लोबल के प्रमुख हैं, जो एक प्रमुख पैकेजिंग कंपनी है, जिसकी मौजूदगी संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया सहित 16 देशों में है। जब्बार ने गल्फ न्यूज को बताया कि उन्हें नहीं पता था कि गल्फ एक दिन उन्हें एक सफल बिजनेसमैन बना देगा।


आसान नहीं था जीवन का सफर
जेब्बार केरल के त्रिशूर जिले के चमकाकला में पले-बढ़े। मात्र 6 साल की उम्र में एक दुर्घटना में अपने पिता को खो देने के बाद उन्हें और उनके भाइयों को उनकी मां ने पाला था। जेब्बार ने घर का खर्च चलाने के लिए छोटी सी उम्र में ही नौकरी करना शुरू कर दिया था। जेब्बार ने अपनी छोटी से कमाई से भाइयों की पढ़ाई का खर्च भी उठाया और घर की रोजमर्रा की जरूरतों को भी पूरा किया। जेब्बार ने पैसों की कमी से जूझ रहे परिवार की खुशहाली के लिए दुबई जाने का मन बनाया। जेब्बार के चाचा ने उनके दुबई जाने के सपने को पंख दिया और वीजा का बंदोबस्त किया। वह 1990 में एक इंडेंटिंग कंपनी में काम करने के लिए दुबई गए।

ऐसे की शुरुआत
गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जेब्बार ने 1995 में माजिद प्लास्टिक्स की शुरुआत की, जो पैकेजिंग इंडस्ट्री में उनका अपना वेंचर था। साल 2000 में, जेब्बार ने हॉटपैक पैकेजिंग इंडस्ट्रीज की स्थापना की। पांच साल बाद कंपनी ने अपनी पहली मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई।
वर्तमान में हॉटपैक ग्लोबल मध्य पूर्व, ऑस्ट्रेलिया, यूएस, यूके, मोरक्को, आइवरी कोस्ट, नाइजीरिया, मलेशिया और स्पेन के 16 देशों में मौजूद है।

जानें कितना बड़ा है कारोबार
रिपोर्ट के अनुसार, हॉटपैक ग्लोबल के पास 15 मैनिफैक्चरिंग फैसेलिटी, 29 ब्रांच और 49 बिक्री केंद्र हैं। इसके 31 देशों के ग्राहकों के रूप में 3500 से अधिक कर्मचारी और 25,000 अंतरराष्ट्रीय ब्रांड हैं। कंपनी दुनिया भर के 100 से अधिक देशों में निर्यात भी करती है। जेब्बार के हॉटपैक ग्लोबल ने 3500 से अधिक प्रोडेक्ट विकसित किए हैं जिनमें डिस्पोजेबल पेपर कप से लेकर क्लिंग फिल्म तक शामिल हैं। यह खाड़ी सहयोग परिषद में डिस्पोजेबल खाद्य पैकेजिंग उत्पादों का सबसे बड़ा निर्माता है।

अपने जिले के लोगों को दे रहे रोजगार
जेब्बार ने अपने गृह जिले त्रिशूर में एनविरोग्रीन कैरी बैग्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड नामक एक नई कंपनी भी स्थापित की है। यह कंपनी पर्यावरण के अनुकूल कागज प्रोडेक्ट बनाती है जिससे वहां रहने वाले लोगों के लिए रोजगार के कई नए अवसर पैदा होते हैं। वह कोझिकोड/त्रिशूर में दया अस्पताल और मथिलाकम में यूनिवर्सल इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक भी हैं।