Old Coins Bazaar

Success Story : ये किसान सरकारी योजनाओं का फायदा उठाकर कमा रहा, साल का 25 लाख मुनाफा

Success Story: राजस्थान सरकार 'मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना' के तहत राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशन, उद्यानिकी विकास मिशन की शुरुआत कर किसानों को और अधिक मजबूती प्रदान कर रही है. साथ ही इन योजनाओं का लाभ उठाकर किसान आमदनी भी बढ़ा रहे हैं. हम बात कर रहें हैं ऐसे किसान की जो 30 बीघा जमीन से 25 लाख तक का मुनाफा कमा रहें हैं, आइए जानते हैं कैसे..
 | 
ये किसान सरकारी योजनाओं का फायदा उठाकर कमा रहा, साल का 25 लाख मुनाफा
Old Coin Bazaar, Digital Desk, नई दिल्ली: केंद्र के साथ राज्य सरकारें किसानों की समृद्धि और खुशहाली के लिए कई योजनाएं चला रही हैं. किसान इन सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. 

जयपुर जिले के बस्सी तहसील निवासी महेश शर्मा के पास 30 बीघा खेतीहर भूमि है लेकिन पानी, बजली जैसी कई समस्याओं के कारण वे सम्पूर्ण भूमि में खेती नहीं कर पाते थे. जिसका सीधा असर उनकी आमदनी पर पड़ता था. 

ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश के इन दो जिलों के बीच बिछाई जाएगी नई रेलवे लाइन, 276 करोड़ रुपये हुए पास

लेकिन अब उनकी हर समस्या का निवारण राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के कारण हो गया है. अब वे न केवल 30 बीघा में खेती कर रहे है बल्कि 25 लाख रुपये तक का मोटा मुनाफा भी कमा कर रहे हैं.

बागवानी विकास मिशन से 14 बीघा में लगाया बगीचा:

राजस्थान सरकार कृषि विभाग के मुताबिक, महेश ने पहले उनके खेत खाली पड़े रहते थे जिसकी उन्हें चिंता सताती रहती थी. लेकिन जब से  उन्होंने बागवानी विकास मिशन के तहत सब्सिडी पाकर 14 बीघा भूमि में फलों का बगीचा स्थापित किया है, 

तब से वे चिंता मुक्त हो गए हैं. वो कहते हैं कि बगीचे में उन्होंने 8 बीघा में अमरूद और 6 बीघा में आंवले के फलदार पौधे लगा रखे हैं. जिससे उनके खेत अब हरे-भरे दिखने लगे हैं साथ ही वे प्रतिवर्ष 19 लाख रुपये का मुनाफा भी अर्जित करते हैं.

ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश के इन दो जिलों के बीच बिछाई जाएगी नई रेलवे लाइन, 276 करोड़ रुपये हुए पास

सोलर पंप से मिली बिजली से निजात:

महेश कहते हैं कि फसलों और बगीचे में पानी देने के लिए पहले उन्हें बिजली का इंतजार करना पड़ता था, लेकिन जब से उन्होंने राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी पाकर 10 एच.पी का सोलर पंप (Solar Pump) लगाया है, तब से रात में फसलों और बगीचे में पानी देने की समस्या से उन्हें निजात मिल गई है.

उन्होंने बताया कि प्लांट लगवाने से पहले जब बिजली आती थी तब ही फसलों एवं बगीचे में पानी देना पड़ता था लेकिन अब उनकी बिजली से निर्भरता खत्म हो गयी है। 

साथ ही पहले बिजली का बिल 8 हजार रुपये प्रति माह आता था जो अब बिल्कुल नहीं आता है. जिससे उनकी आय में तो बढ़ोतरी हुई ही है और अब वे अपने परिवार के साथ भी समय व्यतीत करने लगे हैं.

माइक्रो इरीगेशन मिशन के तहत लगाया ड्रिप प्लांट:

महेश के मुताबिक, पानी की समस्या होने के कारण पहले उत्पादन कम होता था और सम्पूर्ण क्षेत्र में सिंचाई भी नहीं कर पाते थे. लेकिन अब उन्होंने कृषि विभाग द्वारा सब्सिडी पाकर खेतों में ड्रिप प्लांट (Drip Irrigation) लगाया है.

ये भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश के इन दो जिलों के बीच बिछाई जाएगी नई रेलवे लाइन, 276 करोड़ रुपये हुए पास 

उन्होंने कहा कि  इसको लगाने के बाद अब वे कम पानी में भी 30 बीघा भूमि की सिंचाई सुनिश्चित कर रहे हैं.जिसमें से 14 बीघा के बगीचे में ड्रिप से सिंचाई कर रहे है 

साथ ही 16 बीघा भूमि में मिर्ची, टमाटर, हल्दी, अदरक की खेती भी कर रहे हैं, जिससे वे 6 लाख रुपये तक की आय अर्जित कर रहे हैं. 

उन्होंने बताया कि वे खुद तो योजनाओं का लाभ उठा ही रहे हैं, साथ ही वे अब अन्य किसानों को भी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं.