ये है दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन, पहले से आखिरी डिब्बे तक पहुंचने पर लग जाएगा सवा घंटा
आज आपको दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं. दुनिया की इस सबसे लंबी ट्रेन को एक ही ड्राइवर ने चलाया था और 275 किलोमीटर की दूरी तय करने में इसे 10 घंटे और 4 मिनट लगे थे. इस ट्रेन का रिकॉर्ड फिलहाल अभी तक कोई नहीं तोड़ पाया है.

Old Coin Bazaar, Digital Desk, Delhi: भारत समेत दुनियाभर में रेल को यातायात का सबसे सस्ता और अच्छा साधन माना जाता है. रेल से रोजाना करोड़ों यात्री सफर करते हैं.
वहीं, लाखों टन माल की ढुलाई होती है. क्या आपको पता है कि दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन कौन-सी है. अगर नहीं, तो आइये आपको बताते हैं इस रेल का नाम और रूट
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'द ऑस्ट्रेलियन बीएचपी आयरन ओर' को दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन कहा जाता है. 21 जून 2001 में चली इस रेल ने सबसे भारी ट्रेन के साथ-साथ सबसे लंबी ट्रेन का विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया था, क्योंकि इसकी कुल लंबाई 7.3 किलोमीटर थी.
दरअसल यह एक मालगाड़ी थी और इसमें 682 डिब्बे लगे हुए थे. 99,734 टन वजनी इस ट्रेन को खींचने के लिए 8 लोकोमोटिव इंजन लगाए गए थे. यह ट्रेन यांडी और पोर्ट हेडलैंड के बीच 275 किलोमीटर तक चली थी और इससे 82,000 टन लौह अयस्क ढोया गया था.
दुनिया की इस सबसे लंबी ट्रेन को एक ही ड्राइवर ने चलाया था और 275 किलोमीटर की दूरी तय करने में इसे 10 घंटे और 4 मिनट लगे थे. इस ट्रेन का रिकॉर्ड फिलहाल अभी तक कोई नहीं तोड़ पाया है.
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इस ट्रेन ने 1991 में दक्षिण अफ्रीका में बनाए गए दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था. उस मालगाड़ी में 660 डिब्बे थे और उसकी लंबाई 7.19 किलोमीटर थी.
बता दें कि भारत की सबसे लंबी ट्रेनों में शेषनाग और सुपर वासुकी शामिल हैं. सुपर वासुकी 295 डिब्बों के साथ 3.5 किलोमीटर लंबी देश की सबसे बड़ी ट्रेन है, जबकि शेषनाग ट्रेन की लंबाई लगभग 2.8 किलोमीटर है और इसे चलाने के लिए 4 इंजन लगाए जाते हैं.