CAUSES OF MOST COMMON DEATHS IN INDIA
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, दिल के दौरे ने 2019 में 28,005 लोगों की जान ली, जो पांच वर्षों में 53% अधिक है।
स्ट्रोक भारत में मौत का दूसरा सबसे आम कारण है। भारत में हर साल लगभग 1,85,000 स्ट्रोक होते हैं और हर 4 मिनट में लगभग एक स्ट्रोक से मौत हो जाती है।
भारत के रजिस्ट्रार जनरल (RGI) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2020 में एक दशक में सांस की बीमारियों से मरने वालों की संख्या सबसे अधिक देखी गई। निमोनिया, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों के कारण लगभग 1,81,160 मौतें हुईं।
डायरिया 5 साल से कम उम्र के बच्चों में मौत के प्रमुख कारणों में से एक है, और भारत में हर साल लगभग 1.1 लाख लोगों की मौत का दावा करता है।
भारत, 7 अन्य देशों के साथ, 2020 में वैश्विक कुल नए टीबी मामलों के दो तिहाई से अधिक के लिए जिम्मेदार है
भारत में हर साल 0.15 मिलियन लोग आकस्मिक चोटों/सड़क यातायात दुर्घटनाओं के कारण अपनी जान गंवाते हैं। दुनिया भर में दुर्घटना से होने वाली मौतों में से 11 प्रतिशत देश में होती है।
भारत में उच्च शिशु मृत्यु दर (IMR) है - प्रति 1000 जीवित जन्मों पर 28 शिशु मृत्यु।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 2021 में प्रति दिन 450 आत्महत्याएं देखीं, जिनमें ज्यादातर मजदूर, गृहिणियां और स्व-नियोजित थीं।